मेरे गांडू जीवन की शुरुआत लंड चुसाई से

डिक सक सेक्स कहानी में गे ऐप से मुझे गांड मरने मरवाने का पता चला. मैंने वहीं एक लड़के से दोस्ती की. उसने मुझे गे सेक्स के बारे में बताया और होटल में बुलाया.

मेरा नाम प्रीतम है. मेरी उम्र 21 साल है.

यह घटना 2020 के लॉकडाउन के समय की है.
सब लोग अपने अपने घरों में ही रह रहे थे.
मैं भी अपने घर पर ही टाइम पास कर रहा था.
सारे दिन फालतू रहने के कारण नेट का ही सहारा था.

उन्हीं दिनों मुझे एक गे एप मिला जिसमें सिर्फ लड़के ही लड़के थे.
मैंने ट्राइ किया और देखा कि होता क्या है.

मैंने बहुत से लोगों से बात की.
सब मेरी गांड मारने की बात कर रहे थे.
उस वक्त तक मुझे इस सबके बारे में बहुत ज्यादा कुछ पता नहीं था.

उनकी भाषा में बॉटम, टॉप भी कुछ होता है, इसके बारे में मेरा ज्ञान शून्य था.

अब तक लॉक डाउन में कुछ कुछ छूट मिलने लगी थी.
फिर एक दिन उसी एप पर मुझे एक रियाज़ ख़ान नाम का आदमी मिला.
उसकी उम्र 35 साल की थी. देखने में बड़ा मस्त लग रहा था.

वह उस वक्त कार चला रहा था और अपने एप पर बात करता जा रहा था.
उससे मेरी बात होने लगी और डिक सक सेक्स कहानी की भूमिका बन गयी.

पता नहीं उससे मेरी इतनी ज्यादा बात हो गई कि हम दोनों ने अपने मोबाईल नंबर भी एक्सचेंज कर लिए.
वह मेरे साथ गे सेक्स की बातें करने लगा.

उसने मुझे सब कुछ बताया और बोला- ऐसे ऐसे होता है. तू बॉटम है और मैं टॉप हूँ.
मैंने कहा- अच्छा मतलब जब सेक्स होगा तो मैं नीचे रहूँगा और तुम ऊपर चढ़ कर चुदाई करोगे!
वह बोला- हां एकदम सही समझे बेबी.

मैंने कहा- तो अब आगे क्या होना है?
तो वह बोला- तुझे चाहिए हो तो मुझे तुम्हारी गांड की सील तोड़ना है.
मैंने बोला- हां इसके लिए मेरा मन तो है.

वह बोला- ओके, अब मुझे तेरी गांड मारनी है, तो बता कि कब मरवाएगा और किधर आकर लेगा?
मैंने कहा- पहले यह बताओ कि मुझे दर्द तो नहीं होगा ना जानू!
वह बोला- थोड़ा बहुत दर्द तो होता ही है फिर भी मैं आराम से करूँगा.
मैंने कहा- हां धीरे धीरे ही करना … मेरी गांड अभी सील पैक है.

वह खुश हो गया कि कुंवारी गांड मारने को मिल रही है.

उस दिन के बाद से हम दोनों धीरे धीरे एक दूसरे से बातचीत करने लगे और एक दूसरे के करीब आने लगे.

फिर एक दिन वह मेरे मुहल्ले में आया और उसने मुझे फोन किया कि मुझे मिलना है.
मैंने बहुत मना किया कि अभी नहीं हो पाएगा.

मुझे अन्दर से डर लग रहा था कि पहली बार में न जाने किस तरह से मेरा हाल होगा और मैं गांड मराने के बाद लेट्रिन आदि सही से कर भी पाऊंगा या नहीं.

यही सब सोच कर अन्दर से मुझे बड़ा नर्वस फ़ील हो रहा था.

चूंकि अब तक मैंने अपनी गांड में कभी भी किसी का लिया ही नहीं था, इसलिए कुछ ज्यादा ही अजीब लग रहा था.
वह मुझे समझाने लगा कि मिलने आ जा, मिलने में क्या है!

उसकी लच्छेदार बातों से मैं उसकी तरफ फिसल गया और यह सोच कर कि मिल लेता हूँ, मिलने में क्या जाता है.

अब मैं थोड़ा डर डर कर उसके पास चला गया.
वह अपनी कार में बैठ था और सिगरेट पी रहा था.

मैं उसकी गाड़ी में जाकर बैठ गया.
मेरे बैठते ही उसने गाड़ी आगे बढ़ा दी.

मैंने कहा- किधर ले जा रहे हो?
वह मेरी तरफ वासना से देखता हुआ बोला- तू तो सच में कुंवारी लड़की जैसी ही बात कर रही है मेरी जान!

उसकी यह बात सुनकर मुझे बड़ा अच्छा लगा कि वह मुझे अपनी जान कह कर बुला रहा है.
मैं कुछ नहीं बोला बस मुस्कुरा दिया.

वह मुझे एकदम सुनसान जगह पर लेकर आ गया.
उसने वहां अपनी गाड़ी रोकी और मेरा हाथ पकड़ कर मेरे साथ बात करने लगा.

वह मेरे हाथ को बड़ी मुहब्बत से सहला रहा था.
उसने मेरे साथ बहुत देर तक बातें की.

अब मुझे उससे डर नहीं लग रहा था.

उसने कहा- मुझे किस करोगी बेबी!
मैं शर्मा गया.
उसने मेरी तरफ अपने होंठ बढ़ाए और हम दोनों ने लिप टू लिप किस कर लिया.

मुझे पहले तो मुझे बहुत सा अजीब लगा, फिर थोड़ा अच्छा लगने लगा.
मैंने भी उसका साथ दिया.

अब उसने मुझे अपनी बांहों में खींच लिया और मुझे सहलाने लगा और चूमने लगा.
मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था.

फिर उसने मेरे ऊपर के कपड़े उतार दिए और मेरे दूध चूसने लगा, दबाने लगा.
कुछ देर बाद उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और साथ ही अपना पैंट भी खोल दिया.

उसने जैसे ही अपना पैंट खोला, मेरा तो हलक सूख गया.
उसने अन्दर चड्डी पहनी ही नहीं थी तो उसका लंड बाहर निकल आया था.

उसका लंड था या मूसल था.
पूरे आठ इंच का मोटा लंड देख कर मेरी तो हालत खराब हो गई.

मैं सोचने लगा कि इतने बड़े लंड से कैसे क्या होगा … अन्दर जा भी पाएगा या नहीं.
अभी मैं सोच सोच कर डर ही रहा था कि उसने मुझे एक चपत मारी और अपने लंड को मुँह में लेने के लिए कहा.

मैंने झिझकते हुए अपना मुँह उसके लंड की तरफ बढ़ाया तो उसने मेरे सर को दबाते हुए एकदम से अपने लंड को मेरे मुँह में घुसेड़ दिया.
आह … लंड एकदम क्रिकेट के विकेट की तरह मोटा था और उसके द्वारा जबरदस्ती अन्दर तक पेल दिया गया था.

मुझे उल्टी सी आने लगी थी.
मैंने हाथ से उसकी जांघ को थपथपा कर उसे लंड बाहर निकालने का इशारा किया.

पर वह तो सुन ही नहीं रहा था.
वह बस शॉट पर शॉट मारता जा रहा था.

कुछ देर बाद मुझे अच्छा लगने लगा और मैं खुद से उसके लौड़े को चूसने लगा.

अब उसने धीरे धीरे मेरी गांड में उंगली करना चालू की.
यह मुझे अच्छा नहीं लगा तो मैंने मना कर दिया.

इस बार उसने ज्यादा जिद नहीं की और मुझे छोड़ दिया.
अब मैं उसके लंड को मस्त होकर चूसने लगा तो उसने भी मेरे मुँह को चोदने का ही मजा लेना जारी रखा.

कुछ देर बाद उसने मेरे मुँह में ही अपने लंड का पानी छोड़ दिया.
मैंने उसके लंड का पूरा पानी पी भी लिया.

अब उसने मुझे गाड़ी से बाहर निकाला और मेरे ऊपर मूतने लगा.

पहले पहल तो मुझे बहुत अजीब सा लगा पर बाद में मज़ा आया.
मूतने के बाद उसने मुझे गाड़ी साफ करने वाला एक कपड़ा दे दिया, जिससे मैंने अपने भीगे बदन को सुखा लिया और कपड़े पहन लिए.

अब हम दोनों ने किसिंग की और हम दोनों वापस निकलने लगे.
तभी एक आदमी करीब आया.

शायद उस आदमी ने हम दोनों को यह सब करते समय देख लिया था और उसने वीडियो भी बना ली थी.
मैं और मेरा जानू उस वक्त सेक्स का मजा लेने में बिज़ी थे, तो पता ही नहीं चला.

अब वह अंकल मुझसे कहने लगा- मेरे लंड को भी अपनी गांड में लो वर्ना मैं इस वीडियो को फ़ेसबुक पर डाल दूंगा.

मैंने मना कर दिया- मैं गांड में लेता ही नहीं हूँ. मैंने तो सिर्फ मुँह में लिया था.
यह सुनकर वह अंकल बोला- हां तो चलो मेरा भी लंड मुँह में लो!

अब मुझे मजबूरन उसका लंड भी अपने मुँह में लेना पड़ा.
उसका लंड छोटा सा था शायद 5 इंच का रहा होगा … पर मोटा बहुत था.
मुझे ऐसा लग रहा था मानो मैं मरा हुआ चूहा चूस रहा होऊं.

जब मैंने उसका लंड चूसा तो वह भी कड़क हो गया.
अंकल मेरे दूध दबाते हुए मेरे मुँह को चोदने लगा.

कुछ देर बाद उसने भी मेरे मुँह में अपने लंड का पानी छोड़ दिया.
उसके बाद उसने भी मूतने की इच्छा जताई तो मुझे पुनः कपड़े उतारने पड़े.

वह अंकल मेरे ऊपर मूतने लगा तो मेरे जानू से भी नहीं रहा गया.
उसने भी वापस मेरे ऊपर मूतना चालू कर दिया.
मुझे एक साथ दो लोगों का पानी पीना पड़ रहा था.

उस दिन मैं अपने आपको एक बाजारू रंडी समझ रहा था.
लड़का होने के बाद भी लड़की जैसा महसूस कर रहा था.

फिर उस अंकल ने वीडियो डिलीट कर दिया.

अब मैं और रियाज़ बेबी गाड़ी में बैठ कर वापस जाने लगे थे.
तो मैं रियाज के साथ हंसी मजाक करने लगा और उसके लंड को सहलाने लगा.

मेरे बाबू का लंड फिर से खड़ा हो गया.
वह बोल रहा था- तू उसका मुँह में ले रहा था और मज़ा ले रहा था. मुझे मेरा दोबारा चुसवाना है.

मैंने कहा- बेबी, मैं थक गया हूँ घर भी जाना है, बहुत लेट हो गया हूँ. अब तो तुम कभी भी मेरे मुँह में दे लेना प्लीज़!
वह बोला- ठीक है. चल हाथ से मेरे लौड़े का पानी निकाल दे!

मैं डिक सक सेक्स करने को राजी हो गया.

वह गाड़ी चलाता रहा और मैं अपने हाथ से उसके लंड को सहलाने लगा.
फिर मुझे ही दिल किया तो मैंने अपने जानू का लंड अपने मुँह में ले लिया.

कुछ देर बाद उसके लंड से पानी निकलने लगा तो मैंने सब गटक लिया और उसको किस किया.
फिर उसने मुझे मेरे घर छोड़ा और बाइ करके चला गया.

हम दोनों रात में सेक्स चैट करने लगे.
अब तो मैं उससे उसकी रंडी बन कर बात कर रही थी.

कुछ दिन बाद उसने मुझसे चुदने की बात कही और जिद करने लगा.
मैं अभी भी अपनी गांड मरवाने से डर रहा था कि दर्द होगा.

फिर पता नहीं मेरा मन रियाज से हट गया और मैं वापस उसी एप से एक नया लंड खोजने लगा.

अब मैं समझ गया था कि अपने एरिया का ही कोई लंड ढूंढा जाए.

कुछ मशक्कत के बाद मुझे मेरे एरिया का ही एक लड़का मिल गया.
उसका नाम अरमान था.
उसकी उम्र 23 साल की थी.

उसने मुझे दूसरे दिन ही मिलने के लिए अपने घर पर बुला लिया.

मैं गया.
वह घर पर अकेला था.
उसे मिलते ही उसने मुझे गले से लगाया और किस करने लगा.

कुछ ही देर में उसने कपड़े भी उतार दिए और अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया.

मैं लगातार मना कर रहा था, पर वह नहीं सुन रहा था. उसने बहुत गंदी तरह से मेरे साथ व्यवहार किया. इससे तो रियाज काफी अच्छा था.

अरमान ने मुझसे कुतिया बनने के लिए कहा. मैं मना करने लगा तो वह जबरन मेरे मुँह को चोदने लगा.

थोड़ी देर बाद उसके लंड का पानी निकल गया और वह शांत हो गया.

फिर उसने मुझे एक सिगरेट दी. मैंने सिगरेट अपने होंठों से लगा कर सुलगाई और हम दोनों पीने लगे.

वह बोला- तो तू गांड नहीं मारवाएगा?
मैंने कहा- आज नहीं, पर वादा करता हूँ कि जिस दिन मैं मन बना लूँगा, उसी दिन मैं तुझसे गांड मरवा लूँगा.

फिर मैंने उसको हग किया और उसके लंड को किस किया.
अब मैं अपने घर चला गया.

मैं सोचने लगा कि क्या यार मैं तो सड़कछाप रंडी हो गया हूँ. चाहे जिसके लंड को मुँह में ले लेता हूँ.

फिर मैंने ऑनलाइन शॉपिंग एप को खोला.
उसमें से मैंने एक डिल्डो और बट प्लग ऑर्डर कर दिया.

जब डिल्डो और बट पल आया तो मैंने उन दोनों को बारी बारी से ट्राई किया.

पहली बार में मुझे बहुत दर्द हुआ तब भी मैंने तेल लगा कर गांड में लंड ले लिया.

डिल्डो थोड़ा सा अन्दर चला गया.
पर मैं सहन नहीं कर पाया.
तो मैंने अपने हाथ से अपनी गांड मारने का विचार छोड़ दिया.

फिर मैंने पुनः अपने पुराने यार रियाज़ को फोन किया.
वह बोला- साले मादरचोद इतने दिन बाद लंड चाहिए … क्या किसी से सील तुड़वा ली बहन के लौड़े?

मैंने हंस कर कहा- नहीं बेबी, अभी भी तुमको मेरा छेद साबुत ही मिलेगा. मुझे अब तुम्हारा लंड चाहिए … बताओ कब मिलोगे?

वह गुस्से से बोला- साले गांड देगा कि नहीं, हां बोल तो मिलता हूँ. इस बार मुँह में नहीं, सीधे गांड में पेल दूँगा!
मैं बोला- हां बेबी ठीक है, आप मिलो तो सही. बस कमरे में मिल लेना, गाड़ी में मजा नहीं आएगा!

रियाज ने होटल में एक रूम बुक किया.
हम दोनों को 2 बजे उसी होटल के कमरे में मिलना था.

वह वहां पर पहला ही पहुंच गया था.
मैं होटल में पहुंच गया और मैंने होटल के रिसेप्शन पर पूछा कि रूम नंबर 505 किधर पड़ेगा!
वह मुझे बुरी नज़र से देखने लगा.

मैंने उसकी पिपासु नजरों को इग्नोर किया और वहां से कमरे की तरफ चला गया.

जैसे ही कमरे का दरवाजा खुला … मेरी आंखें खुली की खुली रह गईं.
क्योंकि रियाज़ ने अपने साथ अपने एक दोस्त को भी बुला लिया था.

मैंने रियाज़ को इशारे में कहा कि यह कौन है?
उसने कहा- यह हेमंत है, बेबी मज़ा आएगा, प्लीज़ आ जाओ.

मैंने कहा- नहीं, मैं जा रहा हूँ.
उन दोनों ने मुझे पकड़ लिया और बहुत जोर से झापड़ मारते हुए अन्दर कर लिया.

रियाज बोला- साली रंडी … चुपचाप लंड ले ले वर्ना आज तेरी गांड की मां चुद जाएगी.
मैं चुप हो गया.

रियाज बोला- ले ये कपड़े पहन कर लड़की बन जा!

मैंने उसके हाथ से बैग लिया तो उसमें सब सामान व कपड़े थे.
ब्रा पैंटी, साड़ी और बहुत अच्छा सामान था.

मैं जैसे ही बाथरूम में से तैयार होकर बाहर आई, वे दोनों लोग मुझ पर टूट पड़े, मुझे किस करने लगे और मुझे किसी लड़की के जैसे चूसने लगे.
रियाज मेरी गांड दबाने लगा.

मैंने उन्हें बहुत मना किया पर उन दोनों ने मेरी एक न सुनी.
अब मुझे हेमंत अच्छा लगने लगा था.

फिर उन दोनों ने मुझे अपने लंड एक साथ मुँह में दे दिए और मेरे मुँह को चोदने लगे.

उनका पानी मेरे मुँह में निकल गया.
मैंने पी लिया.

फिर वे लोग मुझे वॉशरूम में लेकर गए और वहां पर उन लोगों ने मुझे अपने मूत से नहलाया.
मैंने अपनी साड़ी और बाकी के कपड़े उतार दिए और उनके साथ शॉवर में नहाने लगी.

फिर मैंने बाहर आकर अपने कपड़े पहने और बैठ गया. वे दोनों दारू पीने लगे और मुझे चोदने की तैयारी करने लगे.

रियाज को लगा कि मैं उसके साथ गांड मरवाने को राजी हूँ तो वह मस्ती करने लगा.

कुछ देर बाद मैंने मौका देखा और उस कमरे से बाहर निकल आई यह बोल कर कि मैं अभी आ रही हूँ, जरा पेनकिलर ले आऊं.

उसके बाद मैं अपने घर आ गया और अब मैंने ते कर लिया कि जब तक कोई सही टॉप नहीं मिलेगा, तब तक मैं अपनी गांड नहीं मरवाऊंगी.

दोस्तो, यह मेरी पहली सच्ची सेक्स कहानी है जिसमें मैंने अभी तक गांड नहीं मरवाई थी.
बस तीन लोगों का लंड मुँह में ले चुका हूँ.

अगली बार मैं लिखूँगा कि मुझे ऐसा कौन सा मर्द मिला जिसने मेरी गांड की सीलतोड़ चुदाई की.

आपको मेरी डिक सक सेक्स कहानी पसंद आई होगी.
तो प्लीज कमेंट्स करो.

About author

Arjun Pyaasi

Arjun Pyaasi

Writing bold and sensual gay tales that captivate readers with vivid characters and relatable emotions.


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